सिद्धार्थ नगर में विश्व पर्यावरण दिवस पर पौध रोपण हुआ

सिद्धार्थनगर , उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण से प्राप्त कैलेण्डर के अनुसार माननीय जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सिद्धार्थनगर श्री विरजेन्द्र कुमार सिंह के कुशल निर्देशन में जनपद न्यायालय परिसर सिद्घार्थनगर में “विश्व पर्यावरण दिवस” विषय पर विधिक साक्षरता शिविर तथा वृक्षारोपण का आयोजन किया गया। उक्त वृक्षारोपण कार्यक्रम में माननीय प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय सिद्घार्थनगर श्री रमेश चन्द्र-प्रथम एवं पीठासीन अधिकारी मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण सिद्घार्थनगर श्री अरविन्द राय तथा जनपद न्यायालय सिद्घार्थनगर में कार्यरत सभी न्यायिक अधिकारीगण, सिविल सिद्घार्थ बार के विद्घान अध्यक्ष व महामंत्री व अन्य विद्घान अधिवक्तागण तथा जनपद न्यायालय के कर्मचारीगण उपस्थित रहे। वृक्षारोपण के कार्यक्रम में उपस्थित सभी विद्घान न्यायिक अधिकारीगण, विद्घान अधिकवक्तागण, कर्मचारीगण तथा आमजन के द्वारा कर्इ वृक्षों का रोपण किया गया।
श्री विरजेन्द्र कुमार सिंह, जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सिद्धार्थनगर द्वारा “विश्व पर्यावरण दिवस” के महत्व पर प्रकाश डालते हुए वृक्षों की उपयोगिता के सम्बंध में बताया गया तथा सभी से अपील की गई कि साफ-सफाई का ध्यान रखते हुए पर्यावरण को संरक्षित रखने हेतु अधिक से अधिक वृक्ष लगाएं और उनका संरक्षण करें, जिससे हमे व आने वाली पीढ़ियाँ स्वच्छ वातावरण में स्वास्थ्यवर्धक सॉस ले सकें।
श्री रमेश चन्द्र-प्रथम प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय सिद्घार्थनगर द्वारा “विश्व पर्यावरण दिवस” के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पर्यावरण जैसे जलवायु प्रदूषण या वृक्षों का कम होना मानव शरीर और स्वास्थ्य पर सीधा असर डालता है।
श्री अरविन्द राय पीठासीन अधिकारी मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण सिद्घार्थनगर द्वारा “विश्व पर्यावरण दिवस” के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि मानव और पर्यावरण एक दूसरे पर निर्भर होते है। अतः वृक्षारोपण आवश्यक है।
इसी क्रम में श्री मनोज कुमार तिवारी अपर जनपद एवं सत्र न्यायाधीश/ पूर्णकालिक सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सिद्धार्थनगर द्वारा प्रातः 09:30 बजे जजेज कालोनी व दोपहर 12;00 बजे जिला कारागार सिद्घार्थनगर में वृक्षारोपण किया गया, जिसमें अधीक्षक जिला कारागार, कारापाल, उपकारापाल तथा कारागार के अन्य कर्मचारीगण उपस्थित रहे।

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