दैनिक विचार परक
बस्ती, 11 नवम्बर , मंडल मुख्यालय से शुरू होकर देश के कई राज्यों में फैले मीडिया दस्तक न्यूज नेटवर्क का 10 वां स्थापना दिवस समारोह प्रेस क्लब सभागार में धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर शिक्षा, चिकित्सा, समाजसेवा व पत्रकारिता क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान दे रही विभूतियों को अंगवस्त्र, सम्मान पत्र व प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। वक्ताओं ने ‘‘मौजूदा पत्रकारिता- ये कहां आ गये हम’’ विषय पर आयोजित गोष्ठी में खुलकर अपने विचार साझा किये। प्रेस क्लब अध्यक्ष विनोद कुमार उपाध्याय ने कार्यक्रम का संचालन किया।
अतिथियों द्वारा मीडिया दस्तक की मल्टीकलर स्मारिका- 2024 का विमोचन किया गया। समारोह की मुख्य अतिथि रिदम एकेडमी एवं डा. श्रेया संगीत संस्थान की डायरेक्टर डा. श्रेया ने कहा मीडिया की भूमिका बहुत अहम है। पत्रकार और मीडिया संस्थान सच के साथ निर्भीक होकर खड़े रहें और खबरों का सम्पादन करें तो सत्ता और समाज दोनो नियंत्रित होगा और दिशाहीन होने से बंच जायेगा। मीडिया पर आज भी जनता का भरोसा कायम है, इसका एकमात्र कारण है कि लोग जानते हैं पत्रकार है तो गलत नही होगा। खबर छपी है तो सच होगी। समसामयिक खबरों, संपादकीय व समीक्षा से लोगों की अवधारणा विकसित होती है और इसी से समाज व सत्ता में अनुशासन आता है। मीडिया दस्तक की पूरी टीम को 10 वें स्थापना दिवस की बधाइयां व शुभकामनायें देते हुये कहा निर्भीक व निष्पक्षता पत्रकारिता की रफ्तार किसी कीमत पर कम न होने पाये। समाज का आगे आकर इन्हे सहयोंग करना होगा।
विशिष्ट अतिथि समाजसेवी उमाशंकर पटवा ने कहा सच लिखने वाला निडर होता है। विघ्न बाधायें आती हैं लेकिन दृढ़ इरादे व सच बोलने, लिखने की हिम्मत हमेशा उसका मार्ग प्रशस्त करती रहती है। मौजूदा दौर पूर्ण रूप से व्यवसायिक हो चुकी पत्रकारिता में भी कुछ लोग आज भी इसे मिशन मानते हैं, मीडिया दस्तक उन्हीं में एक है। उन्होने कहा सच बोलने और लिखने वालों की प्रत्येक कालखण्ड में अहमियत रही है। समारोह की अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ पत्रकार राजेन्द्रनाथ तिवारी ने बस्ती जनपद में नई पीढ़ी की पत्रकारिता को दुर्भाग्यूपर्ण बताया। कहा पूर्वजों से मिला है वह नर्ह पीढ़ी के लोग आने वाली पीढ़ी को कतई नही दे पायेंगे। उनके लिये पत्रकारिता न मिशन है, न प्रोफेशन, चापलूसी और दलाली को उन्होने अपना आदर्श मान लिया है। डा. अनिल कुमार मौर्य ने कहा मीडिया दस्तक के कार्य करने का तरीका और उसकी अवधारणा दूसरे संस्थानों और पत्रकारों से भिन्न है जिसमे जनसरोकारों की प्राथमिकता है।
विशिष्ट अतिथि आरटीआई एक्टिविस्ट देवेश मणि त्रिपाठी ने कहा आरटीआई की ताकत और महत्व को मीडिया बन्धुओं और मीडिया संस्थानों ने दरकिनार कर दिया है। मीडिया संस्थान इसे अथियार बनायें तो मीडिया का रूतबा भी कायम रहेगा और समाज में बदलाव भी दिखाई देगा। उन्होने आग्रह किया कि अनेक जनहित कह सूचनायें दबी पडी हैं उन्हे उजागकर करने के लिये मीडिया का सहयोग जरूरी है। मीडिया दस्तक के डायरेक्टर एवं संपादक अशोक श्रीवास्तव ने फेसबुक पर पत्रकारिता की शुरूआत से लेकर विशाल न्यूज नेटवर्क के रूप में मीडिया दस्तक को खड़ा करने में आई बिघ्न बाधाओं, आलोचनाओं और अपने संघर्षोंं को भावनात्मक रूप से रखा साथ ही कार्यक्रम में सभी के सहयोग के प्रति आभार जताया। कार्यक्रम के अंत में अतिथियों को अंगवस्त्र, सम्मान पत्र व प्रतीक चिन्हे देकर मीडिया दस्तक टीम द्वारा सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम को प्रमुख रूप से वरिष्ठ पत्रकार दिनेश चन्द्र पाण्डेय, जयंत कुमार मिश्रा, प्रदीप चन्द्र पाण्डेय, अभयदेव शुक्ल, प्रशांत पाण्डेय, ज्ञानेन्द्र पाण्डेय, देवेन्द्र कुमार श्रीवास्तव, प्रेस क्लब महामंत्री महेन्द्र तिवारी, डा. आलोक रंजन वर्मा, रामप्रताप सिंह, आनंद राजपाल, डा. सत्यव्रत, जगदीश शुक्ल, नगरपालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि अंकुर वर्मा, अभय सिंह यादव, डा. फैसल अख्तर आदि ने सम्बोधित किया। दिलीप पाण्डेय, अरूण कुमार, संतोष सिंह, आशुतोष नारायण मिश्र, अरूणेश श्रीवास्तव, रामप्रताप सिंह, डा. वीके वर्मा, अवधेश कुमार मिश्र, नोज पाण्डेय, गौतम राजवंशी, रामसजसन यादव, रत्नेन्द्र पाण्डेय, डा. अजीत श्रीवास्तव, वशिष्ठ पाण्डेय, जीशान हैदर रिज़वी एवं मो. अशरफ सहित कई लोग सम्मानित किये गये।