विचारपरक हिंदी दैनिक
सिद्धार्थनगर ,नगर पंचायत डुमरियागंज के द्वारा जानवरों और पक्षियों के लिए अनूठी पहल शुरू की गयी है।नगर पंचायत डुमरियागंज द्वारा विभिन्न स्थानों पर पानी के विभिन्न आकार/प्रकार के बर्तन रखवाकर उनमें पानी उपलब्धता सुनिश्चित करने की एक पहल की गई हैं।
नगर पंचायत डुमरियागंज के अधिशासी अधिकारी महेश प्रताप श्रीवास्तव ने पशु-पक्षियों को पानी पिलाने के बारे में कहा है कि “हमारे क्षेत्र में गर्मी के मौसम में पशु-पक्षियों को पानी की कमी का सामना करना पड़ता है। इसे ध्यान में रखते हुए, हमने नगर पंचायत के विभिन्न स्थानों पर पानी के बर्तन रखने का निर्णय लिया है, ताकि पशु-पक्षियों को पर्याप्त पानी मिल सके। हम सभी नागरिकों से अनुरोध करते हैं कि वे भी अपने घरों के बाहर और छतों पर पानी के बर्तन रखें, जिससे पशु-पक्षियों को राहत मिले। यह एक मानवीय कर्तव्य है और हमें मिलकर इसे सफल बनाना चाहिए।”इस दौरान कासिम रिजवी, अर्पित द्विवेदी, सबलू, महंत मिश्रा, कृष्ण कुमार श्रीवास्तव, शिवेंद्र, रतन, प्रिंस, शम्भू आदि लोग मौजूद रहे। इस कर को देखते हुए नगर पंचायत के समस्त नागरिकों ने नगर पंचायत टीम को और अधिशासी अधिकारी को बधाई दिया है।
श्री श्रीवास्तव ने इसके बारे में विस्तृत रूप से बताते हुए कहा कि पशु-पक्षियों को पानी पिलाने से कई फायदे होते हैं:जीवित रहने में सहायता: गर्मियों के दौरान पानी की कमी से पशु-पक्षियों को जीवित रहने में कठिनाई होती है। उन्हें पानी उपलब्ध कराने से उनकी जीवन रक्षा होती है।स्वास्थ्य में सुधार: पर्याप्त पानी से पशु-पक्षियों का स्वास्थ्य अच्छा रहता है। यह उनके पाचन तंत्र, त्वचा, और पंखों के लिए आवश्यक होता है।प्राकृतिक संतुलन बनाए रखना: पशु-पक्षियों का जीवन चक्र हमारे पर्यावरण के संतुलन को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। पानी उपलब्ध कराने से वे स्वस्थ रहते हैं और अपना योगदान जारी रखते हैं।नैतिक और सामाजिक जिम्मेदारी: यह हमारा नैतिक कर्तव्य है कि हम उन जीवों की मदद करें जो हमारी सहायता के बिना जीवित नहीं रह सकते। यह हमारे समाज की संवेदनशीलता और दयालुता को दर्शाता है।मानव-पशु संबंधों में सुधार: जब हम पशु-पक्षियों की देखभाल करते हैं, तो उनसे हमारा संबंध भी मजबूत होता है, जिससे सहअस्तित्व की भावना बढ़ती है।इस प्रकार, पशु-पक्षियों को पानी पिलाना उनके अस्तित्व और स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है और हमारे पर्यावरण एवं समाज के लिए लाभदायक है।