लखनऊ 19 सितम्बर , बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती ने गुरुवार को कहा कि जाति और संप्रदायवादी राजनीति में उलझी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और अन्य विपक्षी दलों के प्रति जनता का विश्वास डगमगा रहा है और ऐसे में जनहित और जनकल्याण जैसे मुद्दों को प्रखरता से उठाने वाली उनकी पार्टी के लिये आगामी विधानसभा उपचुनाव में भरपूर अवसर हैं।
विधानसभा उपचुनाव की तैयारियों की समीक्षा के लिये बुलायी गयी प्रदेश पदाधिकारियों और जिलाध्यक्षाें की बैठक को संबोधित करते हुये उन्होने कहा कि भाजपा सरकार और विपक्षी पार्टियों के बीच जनहित व जनकल्याण के ज्वलन्त मुद्दों को लेने की बजाय केवल जातिवादी, साम्प्रदायिक व जाति-बिरादरी पर आधारित संकीर्ण राजनीति करने से इनके विरुद्ध जन विश्वास में कमी आयी है। ऐसे में बसपा को मुस्तैदी से अपनी पैठ जनता के बीच बनानी चाहिये जिसका लाभ उपचुनाव में मिलेगा।
उन्होने कहा कि गरीबी, बेरोजगारी और महंगाई जैसी समस्या को दूर करने के लिए सरकार के दावों को अगर मान भी लिया जाए तो यह यूपी की विशाल आबादी के हिसाब से ऊँट के मुँह में ज़ीरा जैसा होगा। ऐसे में इनकी स्थिति सुधरने वाली नही है बल्कि सरकारी नौकरी में भी भारी बैकलाग व्याप्त है।
बसपा सुप्रीमो ने कहा कि प्रदेश के करोड़ों ग़रीब,बेरोजगार, महिला, छोटे व्यापारी व अन्य मेहनतकश लोगों को राहत, सुविधा व सुरक्षा की घोर कमी है जबकि हर प्रकार की असुरक्षा, शोषण एवं उत्पीड़न ज्यादा है। अधिकतर मामलों में सरकारी वादे व दावे कोरे व कागजी है।
उन्होने कहा कि भाजपा सरकारों में द्वेषपूर्ण व विध्वंसक बुलडोजर राजनीति का उच्चतम न्यायालय द्वारा देर से ही सही मगर उचित संज्ञान लेने से लोगों में थोड़ी राहत है।